जल से रुद्राभिषेक करने पर=========- वृद्धि होती है
कुशा जल से अभिषेक करने पर =========== रोग, दुःख से छुटकारा मिलता है
दही से अभिषेक करने पर=============== पशु, भवन तथा प्राप्ति होती है
गन्ने के रस से अभिषेक करने पर======= लक्ष्मी प्राप्ति
मधु युक्त जल से अभिषेक करने पर ======= धन वृद्धि होती है
तीर्थ जल से अभिषेक करने पर========= मोक्ष की प्राप्ति होती है
इत्र मिला जल से अभिषेक करने पर ========== बीमारी निरस्त होती है
दुध से अभिषेक करने पर=======पुत्र प्राप्ति, प्रेम रोग की शांति तथा मनोकामनएं पूर्ण
गंगा जल से अभिषेक करने से ================ ज्वर ठीक होता है
दूध शक्कर के मिश्रित से अभिषेक करने से===== सद्बुद्धि प्राप्ति होती है
घी से अभिषेक करने से============= वंश विस्तर होता है
सरसो के तेल से अभिषेक करने से ============रोग तथा शत्रु का नाश होता है
शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक करने से ====== पाप क्षय हेतु
इस प्रकार शिव के रूद्र रूप के पूजन और अभिषेक करने से जाने- अनजाने होना वाले पापाचरण से भक्तो को शीध्र ही छुटकरा मिल जाता है और साधक मे शिवत्व रूप सत्यम शिवम् सुंदरम रूप का उदय हो जाता है उसके बाद शिव के शुभ आशीर्वाद से समर्धि , धन धान्य, विधा और संतान की प्राप्ति के साथ -साथ सभी मनोकामनएं पूर्ण होती है|